नमाज अच्छी बनाओ किताब पीडीऍफ़ डाउनलोड Namaz Acchi Banao PDF FREE DOWNLOAD – गुसल की सुन्नतें नमाज का तारीख पीडीऍफ़ फ्री बुक डाउनलोड
गुसल की सुन्नतें –
गुसल की पाँच (५) सुनतें हैं ।
- दोनों हाथ गट्टों तक घोना
- इस्तन्जा करना और बदन के जिस हिस्से पर नजासत लगी हुई हो उसे धोना
- नापाकी दूर और पाकी हासिल करने की निय्यत करना
- पहले वुजू करना
- तमाम बदन पर ३ बार पानी बहाना। (तालीपुलइसलाम)
वुज़ू का तरीक़ा
किताब नमाज अच्छी बनाओ किताब पीडीऍफ़ डाउनलोड Namaz Acchi Banao PDF ) से कुछ अंश लिखा हुआ
सब से पहले अऊज़ोबिल्लाह, बिस्मिल्लाह पढकर ३ बार गट्टों तक दोनों हाथ धोएँ फिर ३ मर्तबा कुल्ली करें, मिसवाक करें, मिसवाक न हो तो उंगली से दाँत साफ करें अगर रोज़ा न हो तो गरारा भी करलें तो बेहतर है
ताके मुँह अच्छी तरह साफ़ हो जाए फिर ३ मर्तबा नाक में पानी डाल कर बाएँ हाथ की करउंगली से नाक साफ करके फिर ३ मर्तबा पूरा चेहरा धोएँ ।
भंवों के उपर नीचे और पेशानी के बालों से ठूडी के नीचे तक इधर उधर दोनों कानों तक मुँह धोना चाहिए फिर ३ बार सीधा हाथ कोहनियों समेत धोएँ उस के बाद बाएँहाथ को ३ बार कोहनियों समेत धोएँ और फिर एक बार पूरे सर का मसह करें।
नमाज़ पढ़ने का तरीक़ा
- सब से पहले जब नमाज़ पढने के लिए खड़े हों
- तो किबला की तरफ मुंह करके सीधे खड़े हो जाओ
- खास तौर से दोनों कदमों के दरमियान चार उंगली का फासला हो।
- पीछे एडी की जानिब भी और आगे भी चार उंगल का फासला हो
- तिरछे पैर करके न खड़े हों दोनों अंगोठे किबला की तरफ हों (खडे होने का अंदाज़ समझ गए होंगे)
- अब जो भी नमाज़ पढ़नी हो उस की दिल से निय्यत करना ज़रूरी है
- और ज़बान से कहना ज़रूरी नहीं अगर ज़बान से कह भी लिए तो कोई हर्ज नहीं
- जैसे फ़ज़ की २ सुन्नत पढना हो तो इस तरह निय्यत करें ।
- निय्यत करता हूँ मैं फ़ की २ रकअंत सुचत नमाज़ पढने की वासते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काबा शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु अकबर ।
- कानों तक हाथ इस तरह उठाएँ कि हाथों की हथेलियाँ ओर उंगलियों खुली हुई हों।
- रुख किबला की जानिब और अंगोठा कानों की लव के मुकाबिल हो।
- (तालीमुल इसलाम) हिस्सा सुवम फ़िर अल्लाहु अकबर कह कर दोनों हाथ नाफ़ के नीचे बांध लो ।
- सीधे हाथ की हथेली बाएँ हाथ की हथेली की पुश्त पर रहे
- और अंगोठा और करूंगली से हलके के तौर पर गट्टे को पकडलो और बाकी 3 उंगलियाँ कलाई पर हों
- और नज़र सजदे की जगह पर हो। हाथ बांध कर आहिस्ता आहिस्ता सना पढें।
- फिर तऊज़, तसमिया पढ़ कर सुरए फ़ातिहा पढ़ो जब सुरए फातेहा खत्म करलो तो आहिस्ता से आमीन कहें।
- उसके बाद आप को जो भी सुरत याद हो उस की तिलावत साफ़ साफ़ और सही सही करें जल्दी न करें
- उसके बाद अल्लाहु अकबर बोलकर रुकूअ में चले जाएँ (तालीमुलइसलाम