रमजान मुबारक पीडीऍफ़ डाउनलोड Ramadan Mubarak PDF Download ramadan kareem pdf free download रमजान kitab ramadan pdf फ्री डाउनलोड
रमजान एक महीने का इस्लामिक महीना है जो इस्लामिक कैलेंडर के नौवें महीने में पड़ता है। यह महीना मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है और इस महीने में मुस्लिम लोग रोजा रखते हैं, जो अरबी शब्द ‘सवम’ से आया है जिसका अर्थ होता है ‘रोक’ या ‘थामना’।
रोजा रखने का मतलब होता है कि मुस्लिम लोग इस महीने में सुबह से लेकर सूर्यास्त तक भोजन, पानी, धूम्रपान और दूसरी शारीरिक शक्ति देने वाली चीजों से परहेज करते हैं। रमजान का उद्देश्य शरीर और मन की शुद्धि और ताकत की पुनर्प्राप्ति है। रमजान के महीने के अंत में, एक चाँद नजर आने पर ईद-उल-फित्र मनाई जाती है जो मुस्लिम समुदाय के लिए बड़ी त्योहार होती है।
रमजान मुबारक
सौम नर्क से बचने के लिए ढ़ाल और मज़बूत किला है।
وعن جابر رضي الله عنه عن نبي الله صلى الله عليه وسلم قال الصيام جنة يستجن بها العبد من النار
(नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया : रोज़े ढ़ाल एवं बचाव है जिस से आदमी नर्क से बचाव करेगा।
मुस्नद अहमद, अल्बानी रहेमतुल्लाह ने सही तरगीय व तरहीब में हसन कहा है, ह-न-981) 5- सौम शहवत (काम-वासना) से बचने के लिए ढ़ाल है ।
عن عبد الله قال قال لنا رَسُول اللَّهِ صَلَّى اللهُ عَلَيْهِ وَسَلَّم يَا معشر الشبَابِ مَنْ اسْتَطَاعَ مِنْكُمْ الْبَاءة فليتزوج فإنه أغض للبصر وأحصن للفرج ومن لم يستطع فعليه بالصومِ فَإِنَّهُ لَهُ
- अब्दुल्लाह बिन मसऊद रज़ियल्लाह अन्हु कहते हैं कि
- रसूल सल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हम लोगों से फरमाया:
- ऐ नवयुवको तुम में से जो विवाह करने की शक्ति रखता है वह विवाह करे
- क्यों कि यह निगाह को अधिक नीची रखने वाली, शर्मगाह की
- अधिक हिफाज़त करने वाली है। और जी शक्ति नहीं रखता वह सीम(रोज़ा) रखे
- क्योंकि (राजा) शहबत (काम-वासना) को तोड़ देने वाला है
बुखारी. हन्न-1905 मुस्लिम, ह-न-1600
अल्लाह के मार्ग में एक दिन का सौम(रोजा) नर्क से सत्तर वर्ष दूर कर देगा !
الخدري رضي الله عنه قال سمعت النبي صلى عن أبي الله عليه وسلم يقول من صام يوما في سَبِيلِ اللَّهِ بَعْدَ اللهُ وَجْهَة يَوْمًا
عن النار سبعين خريفا (متفق عليه)
अबू सज़ीद खुदी कहते हैं कि मैं ने नवी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से फरमाते हुए सुना कि जिसने अल्लाह के मार्ग में एक दिन का सौम(रोज़ा)रख तो अल्लाह तआला उसके चेहरे को नर्क से सत्तर वर्ष दूर कर देगा Ixबुखारी, हन 2840 मुस्लिम ह-न-1153