कामसूत्र किताब पीडीऍफ़ डाउनलोड Kamasutra Book PDF DOWNLOAD

कामसूत्र किताब पीडीऍफ़ डाउनलोड Kamasutra Book PDF DOWNLOAD: कामसूत्र बुक पीडीऍफ़ इन हिंदी – हिन्दू धर्म की पुस्तक कामसूत्र बहुत ही चर्चित पुस्तक है इस पुस्तक के लेखक महर्षि वात्स्यायन है अगर कामसूत्र किताब पीडीऍफ़ डाउनलोड करना चाहते है ऐसे में डाउनलोड लिंक अंत में शेयर किया गया है

Kamasutra: कामसूत्र पुस्तक में क्या लिखा है

  • वात्सायन के कामसूत्र में कुल सात भाग हैं
  • प्रत्येक भाग कई अध्यायों में बंटे हैं
  • प्रत्येक अध्याय में कई श्लोक हैं
  • साहित्य प्रेमियों की सुविधा के लिए पहले संस्कृत
  • और उसके नीचे उसका हिंदी अनुवाद दिया गया
  • महर्षि वात्सायन का जन्म बिहार राज्य में हुआ था
  • और प्राचीन भारत के महत्वपूर्ण साहित्यकारों में से एक हैं
  • महर्षि वात्सायन ने कामसूत्र में न केवल दांपत्य जीवन का श्रंगार किया है
  • वरन कला, शिल्पकला एवं साहित्य को भी सम्पादित किया है
  • वात्स्यायन ने कामसूत्र में मुख्यतया धर्म, अर्थ और काम की व्याख्या की है।
  • उन्होने धर्म-अर्थ-काम को नमस्कार करते हुए ग्रन्थारम्भ किया है।
  • धर्म, अर्थ और काम को ‘त्रयी’ कहा जाता है।
  • वात्स्यायन का कहना है कि धर्म परमार्थ का सम्पादन करता है
  • इसलिए धर्म का बोध कराने वाले शास्त्र का होना आवश्यक है।

कामसूत्र किताब की जानकारी | कामसूत्र किताब पीडीऍफ़ डाउनलोड

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Kamsutra Hindi PDF : कामसूत्र महर्षि वात्स्यायन द्वारा रचित भारत का एक प्राचीन कामशास्त्र ग्रन्थ है। यह विश्व की प्रथम यौन संहिता है जिसमें यौन प्रेम के मनोशारीरिक सिद्धान्तों तथा प्रयोग की विस्तृत व्याख्या एवं विवेचना की गई है। अर्थ के क्षेत्र में जो स्थान कौटिल्य के अर्थशास्त्र का है, काम के क्षेत्र में वही स्थान कामसूत्र का है। महर्षि के कामसूत्र ने न केवल दाम्पत्य जीवन का शृंगार किया है वरन कला, शिल्पकला एवं साहित्य को भी सम्पदित किया है। राजस्थान की दुर्लभ यौन चित्रकारी तथा खजुराहो, कोणार्क आदि की जीवन्त शिल्पकला भी कामसूत्र से अनुप्राणित है।

GANPATI ATHARVASHIRSHA PDF : गणेश अथर्वशीर्ष इन हिंदी पीडीऍफ़

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Ganpati Atharvashirsha Lyrics in Hindi

  • ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयाम देवाः ।
  • भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः ।।
  • स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवाङ्ग्-सस्तनूभिः ।
  • व्यशेम देवहितं यदायूः ।।
  • स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवा । स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः ।।
  • स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः। स्वस्ति नो वृहस्पतिर्दधातु ।।
  • ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।
  • ॐ नमस्ते गणपतये ।।1।।
  • त्वमेव प्रत्यक्षं तत्त्वमसि । त्वमेव केवलं कर्तासि ।
  • त्वमेव केवलं धर्तासि । त्वमेव केवलं हर्तासि ।
  • त्वं साक्षादात्माऽसि नित्यं ।।2।।
  • ऋतं वच्मि सत्यं वच्मि ।।3।।
  • अव त्वं माम् । अव वक्तारम्। अव श्रोतारम्। अव दातारम्।
  • अव धातारम्। अवानूचानमव शिष्यम्। अव पुरस्तरात्। अव दक्षिणात्तात्। अव पश्चात्तात्। अवोत्तरात्तात्। अव चोर्ध्वात्तात्। अवोधरात्तात्।
  • सर्वतो मां पाहि पाहि समन्तात् ।।4।।
  • त्वं वाङ्मयस्त्वं चिन्मयः।
  • त्वमानन्दमयस्त्वं ब्रह्ममयः।
  • त्वंसच्चिदानन्दाऽद्वितीयोऽसि ।
  • त्वं ज्ञानमयो विज्ञानमयोऽसि ।।5।।

गणेश अथर्वशीर्ष इन हिंदी पीडीऍफ़ – GANPATI ATHARVASHIRSHA PDF

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गणेश अथर्वशीर्ष क्या है – हिन्दू धर्म की गणेश अथर्वशीर्ष एक बहुत ही लोकप्रिय पौराणिक मंत्र है गणेश अथर्वशीर्ष मंत्र (Ganesh Atharvashirsha Mantra) को भगवान गणेश की स्तुति और अराधना के लिए आपके भक्त प्रयोग करते है

संस्कृत में गणेश अथर्वशीर्ष है लेकिन इसका अनुवाद हिंदी और मराठी में भी मौजूद है गणेश अथर्वशीर्ष में गणेश भगवान् जी के विशेष गुण और शक्ति का वर्णन किया गया है इसका मुख्य उद्देश्य, गणेश जी के भक्तो को आशीर्वाद प्राप्त होने में साहयता करना है

गणेश जी का अथर्वशीर्ष मंत्र बहुत ही प्राचीन मंत्र है इसलिए बहुत से भक्त विभिन्न पूजा-अर्चना अथवा ध्यानाभ्यास में इसको जपते है

  • GANPATI ATHARVASHIRSHA का पाठ करने से मन की शांति प्राप्त होती है
  • भक्त का जीवन समृद्धि और समृद्धि से भर जाता है।
  • गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ विभिन्न भाषाओं में किया जाता है
  • सबसे अधिक संस्कृत में गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ किया जाता है
  • गणेश भक्त हर दिन इसका जप करना पसंद करते है

GANPATI ATHARVASHIRSHA PDF : गणेश अथर्वशीर्ष इन हिंदी पीडीऍफ़ फ्री में डाउनलोड करें साथ ही ऑनलाइन खरीद भी सकते है

देवी भागवत पुराण हिंदी PDF Download Devi Bhagwat Puran Hindi

देवी भागवत पुराण हिंदी PDF Download Devi Bhagwat Puran Hindi: हिन्दू धर्म ग्रन्थ लिस्ट में देवी भागवत पुराण भी शामिल है इस पुराण को भी अठ्ठारह महापुराण में से एक माना जाता है बहुत से भक्त इस पुराण को महापुराण न मानकर देवी पुराण मानते है अगर श्रीमद् देवी भागवत महापुराण संस्कृत-हिंदी पीडीऍफ़ डाउनलोड करना चाहते है तो इस लेख के अंत में डाउनलोड लिंक शेयर किया गया है

देवी भागवत पुराण हिंदी – देवी भागवत पुराण गीता प्रेस PDF DOWNLOAD

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  • हिन्दू धर्म में से एक धर्म ग्रन्थ देवी भागवत पुराण है
  • बहुत से सनातन धर्म के लोग इस ग्रन्थ को पुराण न मानकर देवी भागवत मानते है
  • देवी भागवत पुराण में भगवन श्री कृष्ण को देवों के देव के रूप में बताया गया है
  • श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में अठ्ठारह हजार संस्कृत श्लोक है
  • इन श्लोक में मोक्ष प्रदान करने वाली- भक्ति, ज्ञान, तथा वैराग्य इत्यादि की जानकारी दी गई है

देवीभागवतं नाम पुराणं परमोत्तमम् ।

त्रैलोक्यजननी साक्षाद् गीयते यत्र शाश्वती ॥

श्रीमद्भागवतं यस्तु पठेद्वा शृणुयादपि।

श्लोकार्थं श्लोकपादं वा स याति परमां गतिम् ॥

श्रीमद्देवीभागवत नामक पुराण सभी पुराणों में अतिश्रेष्ठ है, जिसमें तीनों लोकों की जननी साक्षात् सनातनी भगवतीकी महिमा गायी गयी है। जो श्रीमद्देवीभागवत के आधे श्लोक या चौथाई श्लोक को भी प्रतिदिन सुनता या पढ़ता है, वह परमगति को प्राप्त होता है।

  • श्रीमद्देवीभागवत के नवानकी विधि है। दोनों नवरात्रों में तथा आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, कार्तिक, मार्गशीर्ष, माघ एवं फाल्गुन शुक्ल प्रतिपदा से नवमीतक इसके अनुष्ठानका विधान है।
  • इसे ‘नवाहयज्ञ’ कहा जाता है। एतदर्थ कथा-स्थानकी भूमि का संशोधन, मार्जन-लेपनादिकर कदली-स्तम्भादिसे मण्डित मण्डप बनाना चाहिये।
  • मण्डपका स्थान शुभ तथा बराबर होना चाहिये। उसका मान १६ हाथ लम्बा चौड़ा हो तथा उसे तोरण, विमान एवं ध्वजा-पताकासे मण्डित किया जाय।
  • मण्डपके बीच में चार हाथ लम्बी-चौड़ी च तथा एक हाथ ऊँची वेदी होनी चाहिये।
  • फिर प्रतिपद्को तु प्रातः उठकर हृदय या शिरोदेशमें उज्वल-पद्मके अ अन्तर्गत गुरुका ध्यान करना चाहिये।
  • फिर शिखा के दे बीच इस रूपमें देवीका ध्यान करना चाहिये-

प्रकाशमानां प्रथमे प्रयाणे

स्त प्रतिप्रयाणेऽप्यमृतायमानाम्अ

न्तः पदव्यामनुसंचरन्ती-

मानन्दरूपामबलां प्रपद्ये ॥

दुआ मांगने का तरीका पीडीऍफ़ डाउनलोड Dua Mangne Ka Tarika PDF

PDF DUA दुआ मांगने का तरीका पीडीऍफ़ डाउनलोड Dua Mangne Ka Tarika PDF – इस्लाम में दुआ मांगने का कोई वक्त नहीं है जब भी आपका मन करें अल्लाह पाक से अपनी हाजत की दुआ कर सकते है अल्लाह पाक से रो रो कर दुआ मांगने पर जल्दी कबुल हो जाती है ऐसा कहा जाता है –

दुआ मांगने का तरीका पीडीऍफ़
  • PDF – अगर दुआ पीडीऍफ़ में डाउनलोड करना है
  • ऐसे में दुआ पीडीऍफ़ डाउनलोड लिंक अंत में शेयर किया गया है
  • इस्लाम में अल्लाह से दुआ मांगे का तरीका-
  • बावुजू क़िबला रुख होकर दुआ मांगने के लिए बैठ जाएँ
  • उसके बाद दोनों हाथ अल्लाह रब्बुल इज्जत की बारगाह में दुआं के लिए उठा ले
  • फिर अल्लाह पाक की हम्दों सना की पढ़ें
  • इसके बाद हुजुर सल्ल. पर दरूद पढ़कर दरूद भेजे
  • इसके बाद अपने जाइज मकसद के लिए दुआं करें
  • दुआं में वालिद और वालिदा को भी शामिल करें यानी दुआं मांगे
  • अब जिसके लिए चाहते हो उसके लिए दुआं करें
  • नबी करीम सल्ल. के उम्मती के लिए दुआं मांगे
  • इसके बाद आमीन कहे और दरूद शरीफ पढ़े दुआ मांगने को ख़त्म करें

Dua Mangne Ka Tarika PDF – दुआ मांगने का तरीका पीडीऍफ़ डाउनलोड

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  • दुआ मांगने का जो तरीका है वह आपको अभी मालुम है
  • दुआ मांगने का तरीका Lyrics- Dua Mangne Ka Tarika PDF
  • अल्लाह हमारे हक़ में दुआ क़ुबूल करें
  • अये अल्लाह ﷻ हमारे गुनाहों को माफ़ फ़रमा
  • ए अल्लाह ﷻ हमें लैलतुल क़द्र अता फ़रमा
  • अये अल्लाह ﷻ हमें क़ामिल इमां नसीब फ़रमा और पूरी हिदायत फ़रमा
  • अये अल्लाह ﷻ क़लमा -ऐ -तय्यबा ज़बान पर जारी फ़रमा
  • ए अल्लाह ﷻ हमें पूरे रमज़ान के रेहमतें , बरकतें और अन्वरत अदा फ़रमा
  • अये अल्लाह ﷻ हमारे दिलोँ को इक्लास के साथ दिन की तरफ फेर दे
  • अये अल्लाह ﷻ अपने कास रहमत नाज़िल फ़रमा और अपने क़हर वो अज़ाब से बचा
  • ए अल्लाह ﷻ झूठ , ग़ीबत , कीना बुग्ज़ , तकब्बुर , बुराई और झगडे से हमारी हिफाज़त फ़रमा
  • अये अल्लाह ﷻ हमारे सग़ीरा व कबीरा गुनाहों को माफ़ फ़रमा
  • अये अल्लाह ﷻ एक लम्हे के लिए भी हमें दुनिया के हवाले ना फ़रमा
  • ए अल्लाह ﷻ तंगदस्ती , खौफ , घबराहट और क़र्ज़ के बोझ को दूर फ़रमा
  • अये अल्लाह ﷻ हश्र की रुस्वाई से हमारे वालिदैन और पूरी उम्मत -ऐ -मोहम्मदिअ की हिफाज़त फ़रमा
  • अये अल्लाह ﷻ पुलसरात से बिजली की तरह गुज़ार दे

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ताबीज बनाने की किताब पीडीऍफ़ Dua Taweez Ki Kitab PDF Download

ताबीज बनाने की किताब पीडीऍफ़ Tabij Ki Kitab PDF Download ताबीज बनाने की किताब PDF DOWNLOAD – जिंदगी कब और क्या इंसान से करवाए कोई नहीं जानता है जब किसी के जीवन में किसी तरह की समस्या होती है ऐसे में वह इंसान डॉक्टर के पास जाता है लेकिन जब समस्या स्वास्थ से सम्बंधित न हो तो फिर दरगाह मंदिर और पीर फ़क़ीर के पास जाना पसंद करता है साथ ही दुआ दरूद के साथ ताबीज बनाने के लिए हाफिज ए कुरआन से लेकर मोलाना साहब तक जाना पड़ता है

अगर आप खुद ही बहुत से समस्याओं का समाधान चाहते है ऐसे में ताबीज बनाने की किताब (Tabij Ki Kitab) पीडीऍफ़ बुक बहुत आपके काम आ सकती है जिस तरह की समस्या हो उसी तरह की ताबीज खुद बनाकर पहने फायदा जरुर होगा ताबीज का काम विश्वास पर होता है

अगर ताबीज पहनते है तो जिस मकसद के लिए पहने है ताबीज उस पर विश्वास भी होना चाहिए कि मेरा यह काम इस ताबीज के पहनने से जरुर हो जाएगा

ताबीज से क्या होता है

ताबीज तो बहुत लोगों को बांधते देखा होगा यह एक तरह का काला धागा हो सकता है या फिर किसी कागज़ के टुकड़े में लिखा हुआ दुआ या मन्त्र होता जो अलग अलग समस्या के लिए अलग अलग दुआ मंत्र से ताबीज बनाया जा सकता है यह गले में पहनने और हाथ में बाँधने के लिए बनाये जाते है

इस्लाम और हिन्दू दोनों धर्म में ताबीज बनाने और पहनने का रिवाज है कोई स्वास्थ से सम्बंधित समस्या से छुटकारा पाने के लिए ताबीज पहनता है तो कोई भुत प्रेत, रूहानी शक्तियों से परेशान होकर ताबीज का इस्तेमाल करता है साथ ही बहुत लोग नजर लगने से बचने के लिए भी इसका इस्तेमाल करते है

जमीन पर ताबीज आया कैसे – ताबीज बनाने की किताब पीडीऍफ़

ताबीज बनाने की किताब पीडीऍफ़ – इस्लाम के अनुसार ताबीज हजरत नूह अलैहिसलाम के लिए जन्नत से आया मान्यता है कि ताबीज को हजरत नूह अलैहिसलाम ने अपनी कस्ती (नाव) में बाँध दिया और जब दरिया में तूफ़ान आया तो कसती तूफ़ान से बेअसर रही मतलब कसती तूफ़ान से बिना किसी नुक्सान के दरिया से बाहर आ गई हजरत नूह अलैहिसलाम के लिए जन्नत से आये ताबीज पर जो लिखा था उसका तर्जुमा कुछ इस कदर है

हजरत नूह अलैहिसलाम को मिले ताबीज का तर्जुमा –

  • मोहम्मद, अली, तुफाक के बाहा, हसन हुसैन –
  • एक बार जब युसूफ अलैहिसलाम कुआ में गिर गए
  • तो हजरत खिज्र अलैहिसलाम ने उन्हें एक ताबीज दी
  • और इस ताबीज पर भी यही लिखा हुआ था –
  • मोहम्मद, अली, तुफाक के बाहा, हसन हुसैन
  • इमाम जाअफर अलैहिसलाम के जमाने में दूर दूर से लोग आपके पास आते थे
  • और इमाम साहब से चंद कलामत लिखवाकर अपने गले या बाजू में पहनते थे
  • हर वह ताबीज बेहतर है जिसमे अल्लाह का नाम लिखा हो
  • और जहा अल्लाह का नाम है वह से परेशानी और समस्या खुद दूर भागने लगती है

वशीकरण मंत्र मोहिनी मंत्र पीडीऍफ़ Vashikaran Mantra PDF

वशीकरण मंत्र मोहिनी मंत्र पीडीऍफ़ Vashikaran Mantra PDF Download वशीकरण मंत्र, मोहिनी मंत्र hindi वशीकरण मंत्र यानी मंत्र भंडार HINDI PDF FREE DOWNLOAD

वशीकरण-मन्त्र-संग्रह -मन्त्र, यन्त्र और तन्त्र

“मन्त्रः यन्त्र और तन्त्र” – यह तीनों शब्द वैदिक संस्कृत के हैं। अतएव कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि वैदिक काल से ही मान्त्रिक, यान्त्रिक और तान्त्रिक प्रचलन हुआ है, परन्तु मेरा अनुमान है कि यह तीनों विषय वैदिक काल से भी पूर्व प्रचलित थे

यदि कोल, भील और द्राविड़ आदि जातियों को इतिहास कार वैदिक काल से पूर्व का मानते हैं तो वे लोग अब भी उसी अपनी भाषा और रीति के अनुसार साध- नायें करते हैं और कहना न होगा कि “सभ्य” कह- लाने वाली जातियों की समता में अधिक तथा तात्का- लिक सफलता प्राप्त करते हैं। कोई भी व्यक्ति अभी गौडवाने के प्रान्त में जाकर इसका प्रत्यक्ष प्रमाण पा सकता है।

वशीकरण मंत्र मोहिनी मंत्र | मोहिनी मंत्र बुक PDF FREE DOWNLOAD

वशीकरण मंत्र मोहिनी मंत्र | मोहिनी मंत्र बुक PDF FREE DOWNLOAD: किताब डाउनलोड करने से पहले कुछ अंश किताब के पढ़े – मोहिनी मंत्र बुक PDF FREE DOWNLOAD

वेदों में अधिकतर मन्त्रों का ही बाहुल्य है, परन्तु ये सभी मन्त्र आत्म-कल्याण लोक और परलोक के हित की दृष्टि से रचे गए हैं। वे महानतम हैं और परम तत्व [ ईश्वर ] के अनुरोधक हैं, या यों कहिये कि उनमें इतनी शक्ति है जो अवश्य और अवध्य ब्रह्म को भी वशीभूत सा बना कर अपनी कामनायें पूर्ण करा सकते हैं, अतएव मन्त्र वह प्रभावशाली शब्द या शब्दसमूह कहा जा सकता है, जिसका नियमानुसार जाप करने से वांछित कार्य सफल हो जाता है।

  • यद्यपि सभी मन्त्र वैदिक नहीं, कुछ वैदिक काल के बहुत पीछे भी बनाये गये हैं
  • और उनमें “देवी, हनुमान, भैरव” आदि के प्रति प्रार्थना या अनुरोध किया गया है ।
  • परन्तु पाठकों या साधकों को यह कदापि न भूलना चाहिए कि
  • वे समस्त देवी देवता भी चाहे देवी हाँ, चाहे आसुरी –
  • उसी सिराकार सर्व शक्तिमान् सर्व गुणनिधान परब्रह्म की ही यांशिक शक्तियों के नाम हैं ।

मन्त्रों का अर्थ और उनकी शक्ति

“ओ३म् नमो नारायणाय सर्व लोकान मम वशं कुरु कुरु स्वाहा “

यह एक सब लोगों को वश में करने का मन्त्र है। इसका अर्थ है— मैं नारायण को नमस्कार करता हूँ वह (नारायण) सब लोकों को मेरे वश में करें।

  • इस उदाहरण के लिखने से मेरा तात्पर्य यह है कि
  • प्रायः सभी मन्त्र किसी देवता विशेष के प्रार्थना वाची होते हैं,
  • जिनका अर्थ भी प्रायः वही निकलता है, जो प्रार्थी या साधक की कामना से सम्बन्ध रखता है।
  • शंका-यदि मन्त्र का अर्थ साधक की भावना का प्रार्थना रूप में प्रकट करना है
  • तो क्या कोई साधक अपनी भाषा के सीधे सादे शब्दों में उसे प्रकट नहीं कर सकता ?
  • और क्यों उससे कार्य की सिद्धि नहीं हो सकतीं ?

समाधान — अवश्य यदि कोई मनुष्य शब्दों का मूल्य और प्रभाव जानता है, तो उसके द्वारा की गयी प्रार्थना के द्वारा भी कार्य सिद्ध हो सकता है और होता भी है

वशीकरण मंत्र मोहिनी मंत्र पीडीऍफ़ Vashikaran Mantra PDF Download

वशीकरण मंत्र मोहिनी मंत्र पीडीऍफ़ Vashikaran Mantra PDF Download: इस लेख में पुस्तक के कुछ अंश लिखा गया है अधिक जानकारी के लिए पीडीऍफ़ डाउनलोड करें

सरल श्री दुर्गा सप्तशती PDF Durga Saptashati DOWNLOAD NEW

सरल श्री दुर्गा सप्तशती PDF Durga Saptashati PDF: श्री दुर्गासप्तशती पाठ के बारें में कहा जाता है कि यह सात सौ श्लोकों को एकत्रित करके एक देवी उपासना ग्रंथ बनाया गया है अगर सरल श्री दुर्गा सप्तशती पीडीऍफ़ डाउनलोड करना चाहते है तो अंत में डाउनलोड लिंक शेयर किया गया है जल्दी ही Durga Saptashati GITA PRESS GORAKHPUR अपडेट करेंगे

सरल श्री दुर्गा सप्तशती

अथ सप्तश्लोकी दुर्गा: शिव उवाच-

  • देवि त्वं भक्तसुलभे सर्वकार्यविधायिनी।
  • कलौ हि कार्यसिद्ध्यर्थमुपायं ब्रूहि यत्नतः ॥
  • देव्युवाच-
  • शृणु देव प्रवक्ष्यामि कलौ सर्वेष्टसाधनम् ।
  • मया तवैव स्नेहेनाप्यम्बास्तुतिः प्रकाश्यते ॥
  • ॐ अस्य श्रीदुर्गासप्तश्ल कीस्तोत्रमन्त्रस्य नारायण ऋषिः
  • अनुष्टुप् छन्दः, श्रीमहाकालीमहालक्ष्मीमहासरस्वत्यो देवताः
  • श्रीदुर्गाप्रीत्यर्थं सप्तश्लोकी दुर्गापाठे विनियोगः ।
  • ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती हि सा बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति ॥ १ ॥
  • दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
  • दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता ॥ २ ॥

दुर्गा सप्तशती संपूर्ण पाठ विधि

  • दुर्गा सप्तशती का पाठ यूँ करें –
  • साधक स्नान करके पवित्र हो
  • आसन-शुद्धिकी क्रिया सम्पन्न करके शुद्ध आसनपर बैठे
  • साथ में शुद्ध जल, पूजनसामग्री और श्रीदुर्गासप्तशतीकी पुस्तक रखे।
  • पुस्तक को अपने सामने काष्ठ आदि के शुद्ध आसनपर विराजमान कर दे।
  • ललाट में अपनी रुचिके अनुसार भस्म, चन्दन अथवा रोली लगा ले
  • शिखा बाँध ले; फिर पूर्वाभिमुख होकर तत्त्व-शुद्धिके लिये चार बार आचमन करे।
  • उस समय अंग्रांकित चार मन्त्रोंको क्रमशः पढ़े-

दुर्गा सप्तशती मंत्र इन संस्कृत

  • संस्कृत में दुर्गा सप्तशती मंत्र यूँ है कि-
  • ॐ ऐं आत्मतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा।
  • ॐ ह्रीं विद्यातत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा ॥
  • क्लीं शिवतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा ।
  • ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सर्वतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा ॥

सरल श्री दुर्गा सप्तशती PDF DOWNLOAD

अगर श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहते है ऐसे में आपको श्री दुर्गा सप्तशती पीडीऍफ़ बुक डाउनलोड करें डाउनलोड पीडीऍफ़ फाइल अंत में दिया गया है

भागवत पुराण गीता प्रेस गोरखपुर PDF BHAGWAT PURAN GITA PRESS | श्रीमद्भागवत पुराण

भागवत पुराण गीता प्रेस गोरखपुर PDF BHAGWAT PURAN GITA PRESS GORAKHPUR: अगर श्रीमद भागवत महापुराण PDF डाउनलोड करना चाहते है तो इस लेख के अंत में डाउनलोड लिंक शेयर किया गया है – श्रीमद्भागवत पुराण

पुराणवाङ्मयमें ‘श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण’का अत्यन्त महिमामय स्थान है। पुराणोंकी परिगणनामें वेदतुल्य, पवित्र और सभी लक्षणोंसे युक्त यह पुराण पाँचवाँ है। शक्तिके उपासक इस पुराणको ‘शाक्तभागवत’ कहते हैं।

इस ग्रन्थ के आदि, मध्य और अन्तमें-सर्वत्र भगवती आद्याशक्तिकी महिमाका प्रतिपादन किया गया है। इस पुराण में मुख्य रूप से परब्रह्म परमात्माके मातृरूप और उनकी उपासनाका वर्णन है। भगवती आद्याशक्तिकी लीलाएँ अनन्त हैं, उन लीलाकथाओंका प्रतिपादन ही इस ग्रन्थका मुख प्रतिपाद्य विषय है, जिसके सम्यक् अवगाहनसे साधकों तथा भक्तोंका मन देवीके पद्मपरागका भ्रमर बनकर भक्तिमार्गका पथिक बन जाता है

संसार में सभी प्राणियोंके लिये मातृभावकी महती महिमा है। मानव अपनी सबसे अधिक श्रद्धा स्वाभाविक रूपसे माताके ही चरणोंमें अर्पित करता है; क्योंकि सर्वप्रथम माताकी ही गोदमें उसे लोक- दर्शनका सौभाग्य प्राप्त होता है, इसलिये माता ही सभी प्राणियोंकी आदिगुरुके रूपमें प्रतिष्ठित है।

उसकी करुणा और कृपा बालकोंके लौकिक तथा पारलौकिक कल्याणका आधार है; इसीलिये ‘मातृदेवो भव पितृदेवो भव आचार्यदेवो भव’ – इन श्रुतिवाक्योंमें सबसे पहले माताका ही स्थान है।

जो भगवती महाशक्तिस्वरूपिणी देवी तथा समष्टिस्वरूपिणी सम्पूर्ण जगत्की माता हैं, वे ही सम्पूर्ण लोकोंको कल्याणका मार्ग प्रदर्शित करनेवाली ज्ञानगुरुस्वरूपा भी हैं।

श्रीमद भागवत महापुराण गीता प्रेस गोरखपुर PDF

  • श्रीमद् भागवत महापुराण संस्कृत श्लोक –
  • देवीभागवतं नाम पुराणं परमोत्तमम् ।
  • त्रैलोक्यजननी साक्षाद गीयते यत्र शाश्वती ॥
  • श्रीमद्भागवतं यस्तु पठेद्वा शृणुयादपि ।
  • श्लोकार्थं श्लोकपादं वा स याति परमां गतिम् ॥
  • पूजितं यद्गृहे नित्यं श्रीभागवतपुस्तकम् ।
  • तद्गृहं तीर्थभूतं हि वसतां पापनाशकम् ॥
  • यस्तु भागवतं देव्याः पठेद् भक्त्या शृणोति वा ।
  • धर्ममर्थं च कामं च मोक्षं च लभते नरः ॥
  • सुधां पिबन्नेक एव नरः स्यादजरामरः ।
  • देव्याः कथामृतं कुर्यात् कुलमेवाजरामरम् ॥
  • अष्टादशपुराणानां मध्ये सर्वोत्तमं परम्।
  • देवीभागवतं नाम धर्मकामार्थमोक्षदम् ॥
  • ये शृण्वन्ति सदा भक्त्या देव्या भागवतीं कथाम् ।
  • तेषां सिद्धिर्न दूरस्था तस्मात् सेव्या सदा नृभिः ॥