मस्जिद के आदाब PDF Masjid Ke Adaab in Hindi: इस्लाम में नमाज को बहुत ही अहमियत दी जाती है और नमाज मस्जिद में पढ़ी जाती है लेकिन क्या आपको मस्जिद के आदाब (Masjid Ke Adaab) पता है अगर नहीं तो जाने
MASJID: मस्जिद के आदाब
- मस्जिद के आदाब यूँ है कि –
- घर से वज़ु बनाकर आयें
- चप्पल-जूता को सलीके के साथ स्टैंड में रखें
- मस्जिद में दाखिल होते वक्त और निकलतें वक्त मसनून दुआ का एहतेमाम करें
- मस्जिद में दाखिल होते वक्त दायाँ पाँव और बाहर निकलते वक्त बाँया पाँव पहले रखें
- गाडी पार्किग में सलीके से लगायें
- मस्जिद में साफ-सफाई का खास ख्याल रखें
- पहले आने पर पहले की सफों में तशरीफ रखें
- बाद में आने पर लोगों को लाघंते हुऐ आगे ना बढ़े
- दो रकअत तहयतुल मस्जिद का एहतेमाम ज़रुर करें
- अज़ान और इकामत के दरम्यान दुआ के एहतेमाम ज़रूर करें
- मस्जिद के दर्से कुरआन,खुलासा कुरआन,दर्से हदीस को गौर से सुने
- और मस्जिद में मोबाईल फोन साईलेंट रखें
- मस्जिद में दुनियादारी की बातें ना करें,ना ही शोर गुल करें
- शरई लिबास पहन कर मस्जिद तशरीफ लायें
- किसी तरह का नशा मस्जिद में करने न जाएँ
घर से वज़ु बनाकर आयें
मस्जिद में वजू बनाने के लिए पूरा इन्तेजाम होता है लेकिन अगर सवाब अधिक कमाना चाहते है ऐसे में घर से वजू बनाना चाहिए
चप्पल-जूता को सलीके के साथ स्टैंड में रखें
अक्सर मस्जिद में लोग चप्पल जूता इधर उधर फेक कर नमाज पढने के लिए मस्जिद में घुसते है लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए जिस तरह से आप अपने घरों में जूता चप्पल इत्यादि सही ढंग से रखते है उसी तरह से मस्जिद में ढंग से रखकर फिर नमाज पढ़े
गाडी पार्किग में सलीके से लगायें
जो लोग दूर से मस्जिद में नमाज पढ़ने आते है वह अक्सर गाड़ी से नमाज पढ़ने पहुचते है लेकिन उन्हें चाहिए की अपनी गाडी मस्जिद के पास या पार्किंग में सही तरीके से खड़ा करना चाहिए जिससे अन्य भाई को किसी तरह की कोई समस्या न हो