मकसद ए जिंदगी पीडीऍफ़ डाउनलोड Maqsad e Zndagi PDF Download इस्लामिक किताब मकसद ए जिंदगी पीडीऍफ़ हिंदी में डाउनलोड करें डाउनलोड लिंक पीडीऍफ़ आखिर में दिया गया है
यह जिंदगी जो हमें मिली है उसका असल मकसद क्या है इसके बारें में जानकारी के लिए इस किताब मकसद ए जिंदगी को डाउनलोड करें
मकसद ए जिंदगी
इस्लाम के अनुसार जो जिंदगी हमें मिली उसका भी मकसद है आगे किताब मकसद ए जिंदगी में जो लिखा है उसका कुछ सारांश पढ़े
- मुनाजात – मकसद ए जिंदगी किताब से
- हवा ओ हिर्स वाला दिल बदल दे
- मेरा गफलत में डूबा दिल बदल दे
- बदल दे दिल की दुनिया दिल बदलदे
- खुदाया फझल फरमा दिल बदल दे
- गुनेहगारी में कब तक उस काटूं बदल दे
- मेरा रास्ता दिल बदल दे
- सुनूं में नाम तेरा धळकनो में
- मजा आजाऐ मौला दिल बदल दे
- करूं कुर्बान अपनी सारी खुशियां
- तू अपना गम अता कर दिल बदल दे
- हटा लूं आंख अपनी मा सिवा से
- जियूं में तेरी खातिर दिल बदल दे
- सहल फरमा मुसलसल याद अपनी
- खुदाया रहम फरमा दिल बदल दे
- पळा हूं तेरे दर पे दिल शकिस्तह रहुं
- कयूँ दिल शकिस्तह दिल बदलदे
- तेरा हो जाउं इतनी आर है
- बस इतनी है तमन्ना दिल बदलदे
- मेरी फर्याद सुन ले मेरे मौला बनाले
- अपना बंदा दिल बदल दे
मकसद ए जिंदगी पीडीऍफ़
जो मकसद ए जिंदगी पीडीऍफ़ पुस्तक डाउनलोड करने जा रहे है उसका कुछ अंश आगे पढ़े – तौबह की हकीकत
शरह इस्तेलाह में तौबह की सही और मोअतवर होने के लिये तीन शर्तें हैं.ऐक येके जिस गुनाह में फिलहाल मुब्तला है उसको फौरन तर्क कर दे, दूसरे येके माजी में जो गुनाह हवा उस पर नादिम हो.
तीसरे येके आइन्दह उसे तर्क करने का पुस्तह अझम करे और कोइ शरद फरीझा छोळा हवा है तो उसे अदा या कजा करने में लगजाऐ और अगर गुनाह हकूकुल इबादके मुताल्लिक है तो ऐक शर्त ये भी है के अगर माली हक है तो उसे लोटा दे और गैर माली हक है तो जिसतरह मुमकिन हो उसे राजि करके उससे माफी हासिल करे.