जैसी करनी वैसी भरनी पीडीऍफ़ डाउनलोड Jaisi Karni Waisi Bharni Story in Urdu PDF जैसी करनी वैसी भरनी पीडीऍफ़ Jaisi Karni Waisi Bharni PDF Story in HINDI
“जैसी करनी वैसी भरनी” एक हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ है “जैसे आप करेंगे, वैसे ही आपको फल मिलेगा”। यह मुहावरा एक प्रकार का सदुपयोग होता है और इसका अर्थ होता है कि आपके कर्मों के अनुसार ही आपको फल मिलेगा।
- यदि आप अच्छा कर्म करेंगे, तो
- आपको अच्छा फल मिलेगा और यदि आप बुरा कर्म करेंगे
- तो आपको बुरा फल मिलेगा।
- इस मुहावरे का उपयोग यह समझाने में किया जाता है कि
- हमें अपने कर्मों को ध्यान में रखना चाहिए और नेक कर्म करना चाहिए।
जैसी करनी वैसी भरनी
जैसी करनी वैसी भरनी पीडीऍफ़ Jaisi Karni Waisi Bharni PDF – इस्लामिक किताब जैसी करनी वैसी भरनी से, पीडीऍफ़ डाउनलोड करने से पहले कुछ अंश पढ़े – जैसी करनी वैसी भरनी
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो! इस में कोई शक नहीं कि येह दुन्या दारूल अमल (यानी अमल करने की जगह) है और आखिरत दारुल जड़ा (यानी बदला मिलने का मकाम) हम दुन्या में जो अच्छा या बुरा बीज बोएंगे उस की फ़स्ल आखि़रत में काटेंगे बाज़ अक्कात तो दुन्या में भी बदला मिल जाता है,
- अच्छा या बुरा बदला मिलने को हमारे हां
- “जैसी करनी वैसी भरनी” “जैसा करोगे वैसा भरोगे”
- जैसा बोओगे वैसा काटोगे” और “मुकाफाते अमल”
- जब कि अरबी ज्ञान में “” नीज़ “” और अंग्रेजी दान में
- “As you sow so shall you reap” कहा जाता है।
कहानी जैसी करनी वैसी भरनी
दूसरों की सलामती मांगो तुम्हें भी सलामती मिलेगी
हज़रते सय्यदुना अबू इस्हाक़ शीराजी को फुकुहाए किराम के दरमियान शैखे मुतलक कहा जाता है, इस की वजह यह मन्कूल है कि आप ख़्वाब में सरकारे दो आलम, नूरे मुजस्सम की ज़ियारत से मुशर्रफ़ हुवे तो अर्ज की : मुझे ऐसे कलिमात सिखाइये जिन की बदौलत मैं नजात पा सकूं। सरकारे मदीना, करारे कल्बो सीना ने इरशाद फ़रमाया: ऐ शैख ! दूसरों के लिये सलामती तलब करो, तुम्हें भी सलामती नसीब होगी।