इस्लाम आतंकवाद या भाईचारा पीडीऍफ़ Islam Aatank Ya Bhaichara PDF IN HINDI ALAMI BHAI CHARA HINDI ISLAMIC BOOK BY DR. ZAKIR NAIK PDF
इस्लाम और वैश्वितभाईचारा
اعوذ بالله من الشيطن الرجيم بسم الله الرحمن الرحيم .
يأَيُّهَا النَّاسُ إِنَّا خَلَقَكُمْ مِنْ ذَكَرٍ وَالْفَى وَجَعَلْنَاكُمْ شُعُوبًا وَقَبَائِل لغارقون أكرمكم عند الله الفاكم إن الله عليم غير .
आज हमारा विषय है आलमी भाईचारा भाईचारे कई प्रकार के होते है। यानी कई प्रकार का भाईचारा मुम्किन है। जैसे कि:
- ख़ानदान और आपसी मेलजोल के आधार पर भाईचारा
- इलाके और देश के आधार पर भाईचारा
- जातपात और राष्ट्र या कबीले के आधार पर भाईचारा ।
- और आस्था के आधार पर बनने वाला भाईचारा
ऊपर जिक्र किए गए भाईचारे की तमाम कल्पना सीमित हैं जबकि इस्लाम असीमित भाईचारे की संकल्पना पेश करता है। मैंने बातचीत की शुरुआत जिस आयत को पढ़ कर की है उस में इस्लाम में भाईचारे की संकल्पना बहुत स्पष्ट रूप में पेश कर दी गयी है।
इस्लाम आतंकवाद या भाईचारा
इस्लामिक किताब पीडीऍफ़ इस्लाम आतंकवाद या भाईचारा से कुछ अंश हिंदी में पढ़े
इस्लाम में रहवानियत की इजाजत नहीं है। रसूल अल्लाह (स-अ-व-) ने भी यही फ़रमाया है कि इस्लाम में रहवानियत नहीं है। सही बुखारी, किताबुल निकाह को एक हदीस का अर्थ कुछ यूं है कि हर वह जवान व्यक्ति जो निकाह की ताकत रखता हो, उसे निकाह करना चाहिये।
- अगर मैं यह बात मान लूं कि दुनिया को छोड़ने से आप वास्तव अल्लाह के करीब हो जाते हैं
- और अगर “हर व्यक्ति इस बात से सहमती लेकर रहबानियत अपनाले तो क्या होगा?
- होगा यह कि सौ देढ़ सौ वर्ष के अंदर-अंदर इस जमीन पर कोई आदम जाद बाकी नहीं रहेगा।
- आप यह बताईये कि अगर आज दुनिया का हर व्यक्ति ऐन शिक्षा पर अमल करने लगे तो
- आलमी भाईचारा कहाँ से आएगा?
- इसी लिये मैंने दूसरे धर्मों का ज़िक्र सिर्फ अच्छे पहलुओं से किया।
- लेकिन अगर आप जानना चाहेंगे और सवालात करेंगे तो फिर मेरा फ़र्ज़ है कि मैं सच बोलूं।
- कुरआन मजीद मैं अल्लाह तआला फ़रमाता है:
وَقُلْ جَاءَ الْحَقُّ وَزَحَق الْبَاطِلُ إِنَّ الْبَاطِلَ كَانَ زَهُوفًا.
“और ऐलान कर दो कि “हक आ गया और झूठ मिट गया, झूठ तो मिटने ही वाला है।” 17:81 उम्मीद है कि आप को अपने सवाल का जवाब मिल गया होगा।