ईद की नमाज का तरीका पीडीऍफ़ डाउनलोड Eid KI Namaz KA TARIKA PDF Download: रमजान के 30 रोजा रखने के बाद ईद की नमाज पढ़ी जाती है ईद के नमाज चाँद पर निर्भर करता है अगर चाँद 29वे रोजा पूरा होने के बाद निकल जाता है ऐसे में ईद 29 रोजा के बाद ही मनाया जाता है अगर ऐसा न हुआ तो 30 रोजा रखने के बाद ईद उल फ़ित्र मनाया जाता है ईद उल फ़ित्र की नमाज ईदगाह में पढ़ी जाती है जिसे इमाम साहब पहले खुतबा देते है फिर ईद की नमाज जमात के साथ पढ़ते है
ईद की नमाज का तरीका
Eid ki Namaz ka tarika in Hindi : ईद की नमाज सहीह हदीस से पता चलता है मर्द और औरतों, दोनों के लिए एक जैसी है आगे जाने ईद उल फ़ित्र की नमाज का तरीका
1. ईद की नमाज का तरीका
- ईद की नमाज तरीका यूँ है कि – ह-नफी (सुन्नी मुसलमान)
- पहले इस तरह ईद की नमाज नियत कीजिये –
- मैं निय्यत करता हूं दो रकात नमाज़ ईदुल फित्र (या ईदुल अज़्हा) की
- साथ छ ज़ाइद तक्बीरों के, वासिते अल्लाह के पीछे इस इमाम के – अल्लाहु अकबर
- अल्लाहु अकबर कहते समय कानों तक हाथ उठाइये
- और हस्बे मामूल नाफ़ के नीचे बांध लीजिये और सना पढ़िये ।
2. ईद की नमाज का तरीका सुन्नी
- फिर कानों तक हाथ उठाइये और अल्लाहु अक्बर कहते हुए लटका दीजिये।
- फिर हाथ कानों तक उठाइये और अल्लाहु अक्बर कह कर लटका दीजिये। फिर
- कानों तक हाथ उठाइये और अल्लाहु अक्बर कह कर बांध लीजिये
- या’नी पहली तक्बीर के बाद हाथ बांधिये
- इस के बाद दूसरी और तीसरी तक्बीर में लटकाइये
- और चौथी में हाथ बांध लीजिये ।
- इस को यूं याद रखिये कि-
- जहां क़ियाम में तक्बीर के बाद कुछ पढ़ना है –
- वहां हाथ बांधने हैं और जहां नहीं पढ़ना वहां हाथ लटकाने हैं ।
- फिर इमाम तअव्वुज़ और तस्मिया आहिस्ता पढ़ कर –
- अल हम्द शरीफ़ और सूरह जहर (या’नी बुलन्द आवाज़) के साथ पढ़े, फिर रुकूअ करे।
- दूसरी रक्त में पहले अल हम्द शरीफ़ और सूरह जहर के साथ पढ़े
- फिर तीन बार कान तक हाथ उठा कर अल्लाहु अक्बर कहिये और हाथ न बांधिये
- और चौथी बार बिगैर हाथ उठाए अल्लाहु अक्बर कहते हुए रुकूअ में जाइये
- और काइदे के मुताबिक़ नमाज़ मुकम्मल कर लीजिये।
- हर दो तक्बीरों के दरमियान तीन बार “” कहने की मिक्दार चुप खड़ा रहना है।
~ बहारे शरीअत, जि. 1, स. 781 वगैरा
ईद के दिन नमाज पढ़ने की जगह को क्या कहते हैं
सामान्य दिन में नमाज मस्जिद में अदा की जाती है लेकिन ईद की नमाज ईदगाह में पढ़ी जाती है इस तरह ईद के दिन नमाज पढ़ने की जगह को ईदगाह के नाम से जाना जाता है