विश्वकर्मा चालीसा हिंदी पीडीऍफ़ Vishwakarma Chalisa in Hindi PDF विश्वकर्मा चालीसा लिरिक्स vishwakarma chalisa lyrics PDF DOWNLOAD
हर साल विश्वकर्मा पूजा का आयोजन सितंबर या अक्टूबर महीने में किया जाता है यह पूजा विश्वकर्मा देवता की प्रतिष्ठा, धन, समृद्धि और सफलता के लिए की जाती है। विश्वकर्मा पूजा जिस दिन होता है उस दिन कुछ खासं रीती रिवाज भी पूरा किया जाता है जो निम्नवत है
- विश्वकर्मा पूजा के दिन सफाई और सजावट पर खांस ध्यान दिया जाता है
- पूजा के दिन पूजा स्थल को साफ करें और उसे सुंदरता से सजाएं।
- विश्वकर्मा देवता की मूर्ति या छवि को पूजा वाले स्थान पर स्थापित किया जाता है
- विश्वकर्मा पूजा के दिन व्रत और कथा का पाठ भी किया जाता है
- इस पूजा में विश्वकर्मा भगवान् की कथा की जाती है जिसमे विश्वकर्मा देवता का वर्णन होता है
- यह पूजा बहुत पुराने समय से किया जाता रहा है इसलिए इस पूजा का बहुत ही महत्व है
- विश्वकर्मा आरती: विश्वकर्मा देवता की आरती गाएं और दिया आरती करें।
- इसके द्वारा विश्वकर्मा देवता की प्रशंसा करें और उनकी कृपा का आभास करें।
विश्वकर्मा चालीसा हिंदी पीडीऍफ़ Vishwakarma Chalisa
विश्वकर्मा चालीसा हिंदी पीडीऍफ़ Vishwakarma Chalisa in Hindi PDF: सबसे आखिर में विश्वकर्मा चालीसा हिंदी पीडीऍफ़ डाउनलोड लिंक शेयर किया गया है आगे विश्वकर्मा चालीसा हिंदी में लिखा हुआ पढ़े
॥दोहा विश्वकर्मा चालीसा॥
- जय विश्वकर्मा प्रभु जगमग जीवन हारी।
- तारक गुण गोपाल विघ्न विनाशक दयारी॥
॥विश्वकर्मा चालीसा॥
- जय विश्वकर्मा, जगतपालक। विघ्नहर्ता, सकल उद्धारक॥
- ब्रह्मा, विष्णु, शिव, जय कहावे। जय जय विश्वकर्मा भव भवावे॥
- त्रिदश देवता, जन सुखदाता। दीनदयालु, अविनाशी विश्वकर्मा॥
- कोटि ब्राह्मणों को बंधन मुक्ति। दुःखित जीवन की पूर्ति॥
- दिव्य विजय पुकारी भवानी। जगमग ज्योति जग महानी॥
- वेद उचारि ब्राह्मण आधारी। श्रद्धा धर्म जो धरे विश्वकर्मा के पास॥
- कहै विश्वकर्मा करहु कृपा। जनम-जनम की आशा॥
- विष्वकर्मा चालीसा पठे। सकल शुभ फल लहे॥
॥दोहा विश्वकर्मा चालीसा॥
- इस चालीसा को पठन से।
- विश्वकर्मा प्रीति होत प्रभु ते॥
चालीसा का अर्थ: विश्वकर्मा चालीसा अर्थ सहित
- हे जगतपालक विश्वकर्मा, हे सकल उद्धारक और विघ्नहर्ता।
- तुम ब्रह्मा, विष्णु, और शिव को जय कहावे जाते हो।
- हे भव भवावे विश्वकर्मा, तुम्हारी विजय हमेशा दिव्य हो।
- तुम देवताओं के जनों को सुख दाता हो, और
- दीनदयालु अविनाशी विश्वकर्मा हो।
- तुम सैकड़ों ब्राह्मणों को बंधन मुक्ति देते हो और
- दुखी जीवन की पूर्ति करते हो।
- हे भवानी, जो दिव्य विजय का पुकारा करती हो
- और जगत को जगमग करने वाली हो।
- हे विश्वकर्मा, वेदों की उच्चारणा करने वाले ब्राह्मणों का आधार हो।
- जो श्रद्धा और धर्म को पालते हैं, वे तुम्हारे पास आते हैं।
- हे विश्वकर्मा, तुम कृपा करो, हमेशा जन्म-जन्म की आशा करते हैं।
- जो व्यक्ति विश्वकर्मा चालीसा का पाठ करता है,
- वह सभी शुभ फल प्राप्त करता है।
- इस चालीसा को पठने से विश्वकर्मा भगवान को प्रीति होती है।