अजान और नमाज पीडीऍफ़ PDF Namaz Book in Hindi: इस्लाम मजहब में नमाज और अजान को बहुत ही अहमियत दी जाती है ऐसे में अजान और नमाज की किताब पीडीऍफ़ शेयर कर रहे है
HIGHLIGHT
- यहाँ जो भी लिखा गया वह पुस्तक के कुछ भाग है
अजान और नमाज PDF Namaz Book in Hindi
जब अजान मस्जिद से दी जाती है उसके बाद जितने भी मुस्लिम भाई सुनते है वह नमाज के लिए मस्जिद में जाना शुरू कर देते है अजान के शब्द/बोल/अजान के अल्फाज पहले ही बताया गया है क्लिक से पढ़ सकते है
अज़ान का अर्थ क्या है
दिन में पाँच बार प्रत्येक नमाज़ से पूर्व अजान दी जाती है। कुछ लोग अपनी अनभिज्ञता के कारण यह समझते हैं कि अजान में चीख-चीखकर ईश्वर को पुकारा जाता है। यह विचार सर्वथा ग़लत और अज्ञानता पर आधारित है।
परिभाषा में अज़ान का अर्थ है लोगों को नमाज़ के लिए बुलाना है। एक व्यक्ति, जिसे ‘मुअज़्ज़िन’ (अजान देनेवाला) कहा जाता है, बलन्द आवाज़ से ईश्वर का वास्ता देकर लोगों को पुकारता है यानी अजान देता है
नमाज क्या होता है
कबीरदास जैसे महापुरुष तक ने भी अपनी अनभिज्ञता के कारण अजान के सम्बन्ध में यह शब्द कह डाला-
- कंकर पत्थर जोर के मस्जिद लिया बनायें
- तापे मुल्ला बांग दे क्या बहरा हुआ खुदाए
HIGHLIGHT
- नमाज अगर सोच-समझकर और पूरे होश के साथ पढ़ी जाए तो वह न केवल यह कि मनुष्य के आध्यात्मिक जीवन को विकसित करती है
- उसे ईश्वर का सामीप्य प्रदान करती और उसका प्रिय उपासक बनाती है
- बल्कि यह नमाज मनुष्य के सांसारिक जीवन को बुराइयों और दुर्गुणों से मुक्त करने और
- उसे एक उत्तरदायी और सज्जन पुरुष बनाने की भी अपने अन्दर शक्ति रखती है।
- सच तो यह है कि नमाज मानव को इस योग्य बना देती है कि
- वह अपना पूरा जीवन अपने स्रष्टा और पालनहार ईश्वर के आदेशों
- और निर्देशों के अनुसार सहज रूप से व्यतीत कर सके।
- यह तथ्य नमाज़ के पूरे स्वरूप से अभिलक्षित होता है। कुरआन में नमाज़ का उद्देश्य बताते हुए ईश्वर ने कहा है
- निस्सन्देह नमाज़ अश्लील कर्मों और बुरी बातों से रोक देती है।” (कुरआन, 29:45)