अल्लाह और उसके रसूल की पहचान पीडीऍफ़ Allah Aur Uske Rasool Ki Pahchan PDF allah aur uske rasool ki baatein ISLAMIC BOOK PDF अल्लाह और उसके रसूल की पहचान इन हिंदी पीडीऍफ़
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अल्लाह और उसके रसूल की पहचान
किताब अल्लाह और उसके रसूल की पहचान पीडीऍफ़ (Allah Aur Uske Rasool Ki Pahchan PDF) फ्री में डाउनलोड करने से पहले कुछ अंश किताब के पढ़े – अल्लाह कौन है?
अल्लाह खास नाम है जो एक सच्चे पाक माबूद ( पूज्य) के लिए विशेष है जिसका अस्तित्व आप खुद अनिवार्य रूप से हैं, जिस के अत्यन्त सुन्दर नाम उसकी पवित्र विशेषताओं (फजीलतों) की व्याख्या करते हैं। अल्लाह तआला कहता है।
“अल्लाह वही है जिसके अलावा कोई भी वास्तव में इबादत के लायक नहीं है, वही राजा है, पाक है, एक मात्र जो सभी खराबियों से मुक्त है, सुरक्षा प्रदान करने वाला है, अपने पैदा किये जीव-जन्तुओं की रक्षा करने वाला है, सर्वशक्तिमान है… प्रभावशाली है, सर्वोच्च है। अल्लाह पवित्र है। (वह उच्च है) उन सभी से जिन को वे लोग उसका साझी समझते हैं। अल्लाह वही है, (सबको) पैदा करने वाला, सभी वस्तुओं का
आविष्कारक, रूप बनाने वाला। उन्हीं से सम्बन्धित है सभी सब से अच्छे नाम। वह सभी जो आकाशों में और धरती पर हैं सभी उनका गुणगान करते हैं और वही सब से अधिक ताकत वाला है, सब से बुद्धिमान है।
(सूरह अल-हच ५९:२३.४)
अल्लाह एक और मात्र एक है, न दिखाई देने वाला है, और बेमिसाल अनोखा है। उसे न तो पुत्र है न ही साझी है और न ही कोई उसके समान है। वह एक मात्र अकेला दुनिया का पैदा करने वाला और रोजी देने वाला है। किसी से उसकी समानता नहीं हो सकती है। वह किसी चीज़ में घिरा नहीं है न ही कोई चीजें उस में घिरी है। “कोई भी चीज़ उस के जैसी नहीं।”
अल्लाह तआला कहता है: अल्लाह और उसके रसूल की पहचान पीडीऍफ़
कहिए (ए मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम)} अल्लाह वही है जो एक है। अल्लाह ऐसा मालिक है जो स्वयं पर्याप्त है, जिसकी आवश्यकता सभी जीवों को है, (वह न तो खाता है न पीता है) न तो उसने किसी को जना है और न ही वह जना गया और कोई भी उसके समान नहीं है।
(सूरह अल-इल्लास = ११२:१-४)
वही पैदा करने वाला है जिसके हाथ में सभी काम का प्रबन्ध करना है, अल्लाह सर्वशक्तिमान और सब कुछ जानने वाला है। अल्लाह तआला कहता है:
- आकाशों और पाताल की उत्पत्ति करने वाला वही है।
- जब वह किसी कार्य के होने का निर्णय लेता है तो वह कहता है
- हो जा और हो जाता है” (सूरह बकरा : ११७)
- कोई नहीं है जो उसके आदेश को रोक सके
- अथवा उसके निर्णय को परिवर्तित कर दे।
- वह ऐसा मेहरबान है जिसकी मेहरबानी’ सभी वस्तुओं पर है।
- पैग़म्बर हजरत मूसा अलैहिस्सलाम बताते हैं, –
- अल्लाह तू सभी दयावानों से बढ़कर दया करने वाला है
- (सूरह अल-आराफ : ७:१५१)
- अल्लाह तआला कहता है:
- “मेरी दया सबको घेरे है”
- (सूरह अल-आराफ : ७:१५६)
- वह अपने सभी कामों में बिलकुल ठीक एवं बुद्धिमान है।
- उसका न्याय दुनिया में हर जगह है जहां कोई उसके आदेश से बाहर नहीं है।
- अल्लाह तआला कहता है:
- अल्लाह साक्षी (गवाह है कि कोई भी वास्तव में इबादत के लायक नहीं है
- केवल वही और फरिश्ते और वे जिन को ज्ञान दिया गया (भी इसके साक्षी हैं) ।
- (वह सदैव ही) अपने पैदा किए (जीव जन्तु आदि) में न्याय कायम रखता है।
- उसके अतिरिक्त वास्तव में कोई भी इबादत के लायक नहीं है
- वह सब से अधिक ताकत वाला, सबसे अधिक अक्लमंद है – सूरह आले इमरान ३ : १८