वैलेंटाइन डे कुरान व हदीस की रौशनी में पीडीऍफ़ Valentine Day Quran O Hadees ki Roshni main Valentines Day ki haqeeqat In HINDI ISLAMIC BOOK IN HINDI
वैलेंटाइन डे कुरान या हदीस में स्पष्ट उल्लेख नहीं है। इस्लाम में वैलेंटाइन डे कोई धार्मिक त्योहार नहीं है और इसका कोई विशेष उल्लेख नहीं है। इस्लाम के मुताबिक प्रमुख दो त्योहार मान्यता हैं: ईद और रमजान।
इस्लाम में प्रेम और मोहब्बत का विषय महत्वपूर्ण है, लेकिन वैलेंटाइन डे इस्लामी तत्वों के साथ सीधे जुड़ा नहीं होता है। वैलेंटाइन डे इस्लाम में एक आध्यात्मिक या धार्मिक त्योहार नहीं है।
इस्लाम धर्म में कोई खास तारीख निर्धारित नहीं हुई है जिसे वैलेंटाइन डे के रूप में मान्यता दी जाती हो। इस्लाम में प्रेम और मोहब्बत को महत्व दिया जाता है, लेकिन उसका मतलब आपसी प्यार और तारीफ़ को हर दिन व्यक्त करना है, न कि किसी विशेष तारीख पर। इस्लामी संदर्भ में, मान्यता होने वाले त्योहारों में ईद अल-फित्र और ईद अल-अज़हा सम्मिलित हैं, जो मुस्लिम समुदाय में बहुत अहमियत रखते हैं।
वैलेंटाइन डे कुरान व हदीस की रौशनी में
Valentine Day Quran O Hadees ki Roshni main – वेलन्टाइन डे (कुरआनो हदीस की रोशनी में)
क्या फ़रमाते हैं उ-लमाए दीन व मुफ्तियाने शर-ए मतीन इस मस्अले के बारे में कि वेलन्टाइन डे (Valentine Day) जो अब राइज होता जा रहा है मुसल्मानों को इसे मनाना कैसा है ? इस दिन ना महरम लड़के और लड़कियां आपस में महब्बत के तहाइफ़ (सुर्ख फूल, वेलन्टाइन कार्ड वग़ैरा) का आपस में तबादला करते हैं
- मुहब्बत के इक़रार और इस तअल्लुक को बर क़रार रखने के
- वा’दे करते और कसमें खाते हैं तो क्या एक मुसल्मान को इस तरह के तहवार मनाना ज़ैब देता है?
- क्या इस्लाम इसे ऐसे तहवारों को मनाने की इजाज़त देता है ?
- अगर नहीं तो मुसल्मानों को मुआ-शरे में राइज ऐसे तहवारों में क्या अन्दाज़ इख़्तियार करना चाहिये ?
वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है – वैलेंटाइन डे कुरान व हदीस की रौशनी में
वेलन्टाइन डे का पस मन्ज़र और इस दिन को मनाने का अन्दाज़ – आमदम बर सरे मतलब के तहत अब सुवाल चूंकि वेलन्टाइन डे के बारे में है कि इस लिये खुसूसन सब से पहले वेलन्टाइन डे का तारीखी पस मन्दर और इस दिन होने वाली खुराफात को बयान किया जाता है ताकि मुसल्मानों पर वाज़ेह हो कि इस गुनाहों से भरपूर दिन की हकीकत क्या है चुनान्चे कहा जाता है कि –
वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है इन हिंदी
- एक पादरी जिस का नाम वेलन्टाइन था
- तीसरी सदी ईसवी में रूमी बादशाह क्लाडेस सानी के जेरे हुकूमत रहता था,
- किसी ना फ़रमानी की बिना पर बादशाह ने पादरी को जेल में डाल दिया,
- पादरी और जेलर की लड़की के माबैन इश्क़ हो गया हत्ता कि लड़की ने इस इश्क़ में
- अपना मज़हब छोड़ कर पादरी का मज़हब नसरानिय्यत कबूल कर लिया,
- अब लड़की रोजाना एक सुखं गुलाब ले कर पादरी से मिलने आती थी,
- बादशाह को जब इन बातों का इल्म हुवा तो उस ने पादरी को फांसी देने का हुक्म सादिर कर दिया,
- जब पादरी को इस बात का इल्म हुवा कि बादशाह ने इस की फांसी का हुक्म दे दिया है तो
- उस ने अपने आखिरी लम्हात अपनी माशूका के साथ गुज़ारने का इरादा किया
- और इस के लिये एक कार्ड उस ने अपनी माशूका के नाम भेजा जिस पर येह तहरीर था
- “मुख़िलस वेलन्टाइन की तरफ से ” बिल आखिर 14 फरवरी को उस पादरी को फांसी दे दी गई
- इस के बाद से हर 14 फ़रवरी को येह महब्बत का दिन उस पादरी के नाम वेलन्टाइन डे के तौर पर मनाया जाता है।
Valentine Day Quran O Hadees ki Roshni main PDF DOWNLOAD
वैलेंटाइन डे कुरान व हदीस की रौशनी में PDF – जब कि इस तहवार को मनाने का अन्दाज़ बेह होता है कि नौ जवान लड़कों और लड़कियों के वे पर्दगी व वे हवाई के साथ मेल मिलाप, तोहफ़े तहाइफ़ के लैन दैन से ले कर फ़रहाशी व उर्यानी की हर किस्म का मुज़ा-हरा खुले आम या चोरी छुपे जिस का जितना बस चलता है
- आम देखा सुना जाता है एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में
- फेमिली प्लानिंग की अदवियात आम दिनों के मुकाबले वेलन्टाइन डे में कई गुना जियादा बिकती हैं
- और खरीदने वालों में अक्सरिव्यत नौ जवान लड़के और लड़कियों की होती है.
- गिफ्ट शॉप्स और फूलों की दुकान पर रश में इज़ाफ़ा हो जाता है और
- इन अश्या को ख़रीदने वाले भी नौ जवान लड़के लड़कियां होती हैं।