महागौरी आरती लिरिक्स पीडीऍफ़ Mahagauri Aarti Lyrics PDF: चालीसा और आरती समय समय पर लिखते है साथ ही पीडीऍफ़ भी शेयर करते है ऐसे में आज महागौरी की आरती (Mahagauri Aarti) लिरिक्स पीडीऍफ़ डाउनलोड लिंक अंत में लेख के शेयर किया गया है
PDF NAME | Mahagauri Aarti |
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LANGUAGE | HINDI |
PDF SIZE | 103 KB |
PAGE | 01 |
CATEGORY | AARTI, CHALISA |
DOWNLOAD | YES LINK ✅ |
महागौरी आरती लिरिक्स
- जय महागौरी जगत की माया ।
- जय उमा भवानी जय महामाया ॥
- हरिद्वार कनखल के पासा ।
- महागौरी तेरा वहा निवास ॥
- चंदेर्काली और ममता अम्बे
- जय शक्ति जय जय मां जगदम्बे ॥
- भीमा देवी विमला माता
- कोशकी देवी जग विखियाता ॥
- हिमाचल के घर गोरी रूप तेरा
- महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा ॥
- सती ‘सत’ हवं कुंड मै था जलाया
- उसी धुएं ने रूप काली बनाया ॥
- बना धर्म सिंह जो सवारी मै आया
- तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया ॥
- तभी मां ने महागौरी नाम पाया
- शरण आने वाले का संकट मिटाया ॥
- शनिवार को तेरी पूजा जो करता
- माँ बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता ॥
- ‘चमन’ बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो
- महागौरी माँ तेरी हरदम ही जय हो ॥
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