सरल श्री दुर्गा सप्तशती PDF Durga Saptashati PDF: श्री दुर्गासप्तशती पाठ के बारें में कहा जाता है कि यह सात सौ श्लोकों को एकत्रित करके एक देवी उपासना ग्रंथ बनाया गया है अगर सरल श्री दुर्गा सप्तशती पीडीऍफ़ डाउनलोड करना चाहते है तो अंत में डाउनलोड लिंक शेयर किया गया है जल्दी ही Durga Saptashati GITA PRESS GORAKHPUR अपडेट करेंगे
सरल श्री दुर्गा सप्तशती
अथ सप्तश्लोकी दुर्गा: शिव उवाच-
- देवि त्वं भक्तसुलभे सर्वकार्यविधायिनी।
- कलौ हि कार्यसिद्ध्यर्थमुपायं ब्रूहि यत्नतः ॥
- देव्युवाच-
- शृणु देव प्रवक्ष्यामि कलौ सर्वेष्टसाधनम् ।
- मया तवैव स्नेहेनाप्यम्बास्तुतिः प्रकाश्यते ॥
- ॐ अस्य श्रीदुर्गासप्तश्ल कीस्तोत्रमन्त्रस्य नारायण ऋषिः
- अनुष्टुप् छन्दः, श्रीमहाकालीमहालक्ष्मीमहासरस्वत्यो देवताः
- श्रीदुर्गाप्रीत्यर्थं सप्तश्लोकी दुर्गापाठे विनियोगः ।
- ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती हि सा बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति ॥ १ ॥
- दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
- दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता ॥ २ ॥
दुर्गा सप्तशती संपूर्ण पाठ विधि
- दुर्गा सप्तशती का पाठ यूँ करें –
- साधक स्नान करके पवित्र हो
- आसन-शुद्धिकी क्रिया सम्पन्न करके शुद्ध आसनपर बैठे
- साथ में शुद्ध जल, पूजनसामग्री और श्रीदुर्गासप्तशतीकी पुस्तक रखे।
- पुस्तक को अपने सामने काष्ठ आदि के शुद्ध आसनपर विराजमान कर दे।
- ललाट में अपनी रुचिके अनुसार भस्म, चन्दन अथवा रोली लगा ले
- शिखा बाँध ले; फिर पूर्वाभिमुख होकर तत्त्व-शुद्धिके लिये चार बार आचमन करे।
- उस समय अंग्रांकित चार मन्त्रोंको क्रमशः पढ़े-
दुर्गा सप्तशती मंत्र इन संस्कृत
- संस्कृत में दुर्गा सप्तशती मंत्र यूँ है कि-
- ॐ ऐं आत्मतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा।
- ॐ ह्रीं विद्यातत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा ॥
- क्लीं शिवतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा ।
- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सर्वतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा ॥